#Army shayari - #Army status in hindi - #Army attitude status - #Army shayari in hindi - #Fauji shayari
रिव्वायत सी बन गयी हैं देशभक्ति तो जनाब बस लोग तारीखों पर फर्ज अदा करते हैं. जय हिन्द
।।फौजी हूँ पागल पल भर में ही तुझे अपना बना लूँगा तुझे खबर भी ना होगी तुझे तुझसे ही चुरा लूँगा।।
देशप्रेम का दीपक यूँ ही हम सबके दिलो में जलता रहे. जब तक जिए तब तक देश के सेवा करें – जय हिंदी।
“ दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान है, सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है…. जय हिन्द
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।।होंगीसनम केनाम परजिंदगी तुम्हारीमगरवतन केनाम परहै जिंदगीहमारी।!!
।।***जिनकेहाथों से तिरंगा न सम्भाला जाए, ऐसे नेताओं कदेश सेनिकाला जाए...!!***।।
।।***चीर के बहा दूं लहू दुश्मन के सीने का यही तो मजा है फौजी होकर जीने का जय हिन्द***।।
जिनके हाथों से तिरंगा न सम्भाला जाए, ऐसे नेताओं को देश से निकाला जाए.।
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शौर्य साहस का तू चन्दन हैं, हे मातृभूमि के वीर तुम्हारा वन्दन हैं.…”
“चीर के बहा दू लहूँ दुश्मन के सीने का, यही तो मजा है फ़ौजी होकर जीने का.…
आज तक एसी कोई रानी नही बनी जो इस बादशाह को अपना गुलाम बना सके
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न झुकने दिया तिरंगे को न युद्ध कभी ये हारे हैं, भारत माता तेरे वीरों ने दुश्मन चुन चुन कर मारे हैं..!!
हम तिरंगे को लहरा कर आएंगे, या फिर तिरंगे में लिपट कर आयंगे। – भारतीय सेना।
“अगर तुम हमारे घर में घुसने की कोशिश करोगे, तो हम तुम्हारे घर में घुस के तुम्हे मारेंगे।!”।
“ देश प्रेम में तन को तपाये बैठे हैं, मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं. !!”
मेरी आन तिरंगा, मेरी शान तिरंगा, इस तिरंगे को शत-शत नमन.
चीर के बहा दूं लहू दुश्मन के सीने का , यही तो मजा है #फौजी होकर जीने का ।।
"कश्मीर मेंअब कोईदरवाजा भीखटखटाता है तोअफजल अंदरसे चिल्लाताहै, “भारतमाता कीजय” Indian Army " ।
“ वतन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं जय हिन्द .
जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं. ।।
दुश्मन की छाती पर तिरंगे को लहराऊंगा, या तो फिर तिरंगे में लिपट कर आऊंगा. ा
“दूध मांगोगे तो खीर देवांगे, कश्मीर मांगेंगे तो लाहौर भी खोस लेवांगे..!!”
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नियम, कायदों और क़ानून का सम्मान करते हैं, फ़ौजी तो अपने दिल में सारा हिन्दुस्तान रखते हैं.
वतन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं, मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं 🙏🇮🇳!!
कल रात बड़ी शिद्धत से दुश्मनों की तबाही मांगी थी मगर बाद में पता चला वो तारा एयर फ़ोर्स के लड़ाकू विमान की लाइट थी!।
शेर सा जिगर और गजब के शौक रखता हूँ अपने देश के खातिर हथेली पर जान रखता हूँ
ज्यादा स्मार्ट बनाने की कोशिश मत करो , क्योंकि पगले मेरे बाल भी तेरी औकात से बड़े हैं !
जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में मर रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मरे रहे हैं…. |
खुमार तेरे #इश्क का ऐसा चढ़ा है #वतन की #सुबह का पहला शब्द #वंदेमातरम् ही होता है!
“It is God’s duty to forgive the terrorists, but it’s our duty to convene a meeting between the two.” Indian Army
जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं, कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता हैं.।
मरने के बाद भी जिसके नाम मे जान हैं, ऐसे जाबाज़ सैनिक हमारे भारत की शान है देश के उन वीर जवानों को सलाम..!!
हम चैन से सो पाए इसलिए ही वो सो गया, वो भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया. जय हिन्द!!.
हर रोज जान देनी पडती हैं सीमा पर पहरेदारो को तब भी घर मे बैठे बैठे डर लगता है। कुछ गद्दारो को!|
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा.
वो तिरंगे वाली डीपी हो तो लगा लो जरा…bhai ji सुना है कल देशभक्ति दिखाने वाली तारीख है. . . ! !
"न झुकनेदिया तिरंगेको न युद्ध कभीये हारेहैं✌ भारतमाता तेरेवीरों नेदुश्मन चुनचुन करमारे हैं!
“सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ पर खींची लकीरों से, ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से. ।
सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं, वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं..!!
वतन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं, मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं 🙏!।
दुश्मनकी छातीपर तिरंगेको लहराऊंगा, यातो फिरतिरंगे मेंलिपट करआऊंगा.,
चीर के बहा दूं लहू दुश्मन के सीने का यही तो मजा है फौजी होकर जीने का …
हम तिरंगे को लहरा कर आएंगे या फिर तिरंगे में लिपट कर आयंगे। – भारतीय सेना
मेरे जज्बातों से मेरा कलम इस कदर वाकिफ हो जाता हैं, मैं इश्क भी लिखना चाहूँ तो इन्कलाब लिखा जाता हैं….
अगर तुम हमारे घर में घुसने की कोशिश करोगे तो हम तुम्हारे घर में घुस के तुम्हे मारेंगे।
सीमानहीं बनाकरतीं हैंकाग़ज़ खींचीलकीरों से, येघटती-बढ़तीरहती हैंवीरों कीशमशीरों से.!
ना झुकाने दिया तिरंगे को, ना युद्ध कभी हारे है भरात माता तेरे वीरो ने, दुश्मनों को चुन – चुन कर मारा है
सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से, ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से..!!.
अपना घर छोड़ कर, सरहद को अपना ठिकाना बना लिया, जान हथेली पर रखकर, देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया….!?
देख फौजन तुझे हर ख़ुशी मिलेगी जो तू मुझसे कहेगी लेकिन इतना याद रखना मेरी पहली मोहब्बत मेरी माँ ही रहेगी…
सरहदपर एकफौजी अपनावादा निभारहा हैं, वो धरतीमाँ कीमोहब्बत काकर्ज चुकारहा हैं. जय हिन्द!.