Radha krishna love collection for Whatsapp and Facebook
यह भी देखें-
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।
प्रेम वो नहीं इज़हार किया जाये प्रेम तो वो है जो महसूस किया जाये प्रेम वो नहीं जो पाया जाये प्रेम तो वो है जो जिया जाये।
राधा की चाहत हैं कृष्ण, उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण, चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण दुनिया तो फिर भी यही कहती हैं राधे कृष्ण राधे कृष्ण। ।
श्री राधा जहाँ-जहां श्री कृष्ण वहाँ-वहाँ है, जो हृदय में बस जाएँ वो बिछड़ता कहाँ है.
पीर लिखो तो मीरा जैसी, मिलन लिखो कुछ राधा सा, दोनों ही है कुछ पूरे से, दोनों में ही वो कुछ आधा सा !!
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
भरोसा है मुझे बंसीधर तेरे नाम का कदम कदम पर है तेरा ही सहारा धोका कभी ना खाऊ मैं मैन पिया है प्याला राधे राधे नाम का ।। श्री राधे राधे ।।
बेरण बरगी नारी नही, माँ ते ज्यादा कोई प्यारी नही, जाट के जैसी यारी नहीं । .।
इंशान के परिचय की शुरुवात भले ही उसके चेहरे से होती होगी लेकिन उसकी सम्पूर्ण पहचान तो उसकी वाणी से ही होती हैं
जग से प्यारी है राधे कृष्ण तुम्हारी जोड़ी दिया है संसार को प्यारा संदेश बिछड़े कभी ना जो मिले एक बार ।।
प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैं, राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं।
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।।
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता।
राधा ने जब चाहा कृष्णा को चाहा रूह तो मिल गयी दोनों की मगर कभी शादी का बंधन ना बंध पाया
कान्हा तुझे ख्वाबों में पाकर दिल खो ही जाता है, खुद को जितना भी रोक लूं प्यार हो ही जाता है। !!”
कृष्णा के दिल में हर वक़्त राधा ही रहती है और राधा भी कृष्णा से जुदा होकर कान्हा कान्हा नाम लेती है
आप कभी भी कामयाब नही बन सकते यदि आप अपने अतीत को याद करके परेशान रहते हैं !
राधा कृष्ण का मिलन तो एक बहाना था, दुनिया को प्रेम का सही मतलब समझना था. ।
यह भी देखें-
पलके झुके और नमन हो जाये मस्तक झुके और वंदन हो जाये ऐसे नज़र कहा से लाऊ की तुझे याद करू और तेरे दर्शन हो जाये। .
कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दिवानी, जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी। ।।
कितना बेबस हो जाता है इंसान जब किसी को खो भी नहीं सकता और उसका हो भी नहीं सकता।
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता।
प्यार मे कितनी बाधा देखी, फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी”..!!
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरीजैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी।
श्याम की बंसी जब भी बजी है, राधा के मन में प्रीत जगी है.
प्रेम को भी खुद पर गुमान है क्योंकि, राधा-कृष्ण का प्रेम हर दिल में विराजमान हैं.
हर कीमती जीज को उठाने के लिए झुकना ही पड़ता हैं माँ और पिता का आशीर्वाद भी इनमें से एक हैं
पुरे ब्रम्हाण्ड में जुबान ही एक ऐसी चीज हैं जहाँ पर जहर और अमृत एक साथ रहते हैं |
कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा।
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरी जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी।
हे कान्हा, तुम संग बिताए वक्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखती, मैं बस लम्हे जीती हूं, इसके आगे कोई ख्वाब नहीं रखती।
राधा मुरली-तान सुनावें छीनि लियो मुरली कान्हा से कान्हा मंद-मंद मुस्कावें राधा ने धुन,प्रेम की छेड़ी कृष्ण को तान पे,नाच नचावें
बैकुंठ में भी ना मिले जो वो सुख कान्हा तेरे वृंदावन धाम में हैं, कितनी भी बड़ी विपदा हो चाहे समाधान तो बस श्री राधे तेरे नाम में हैं।
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।
यह भी देखें-
पर्दा ना कर पुजारी दिखने दे राधा प्यारी , मेरे पास वक्त कम है और बाते हैं ढेर सारी।
बहुत हसरत थी कोई हम्हे टूट कर चाहे, लेकिन हम ही टूट गए किसी को चाहते चाहते..!! !
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था
काश मैं कोई ऐसा जुर्म करू की सजा मिले हर्जाने में मेरा जीवन बीते वृंदावन में और मौत मिले बरसाने में
राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं।
हर शाम हर किसी के लिए सुहानी नहीं होती, हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती, कुछ असर तो होता है दो आत्मा के मेल का वरना गोरी राधा, सांवले कृष्णा की दीवानी न होती।
Radha Krishna Status on Love श्याम की बंसी जब भी बजी है, राधा के मन में प्रीत जगी है.
हे कान्हा..पलकों पर आ रुका है समुन्दर खुमार का,कितना अजब नशा है तेरे इंतज़ार का . …
प्यार और तकदीर कभी साथ – साथ नहीं चलते क्योकि जो तकदीर में होते है उनसे कभी प्यार नहीं होता और जिससे हमे प्यार हो जाता है वह तकदीर में नहीं होता
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरी जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी।
राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं।
संगीत है श्रीकृष्ण, सुर है श्रीराधे शहद है श्रीकृष्ण, मिठास है श्रीराधे पूर्ण है श्रीकृष्ण, परिपूर्ण है श्रीराधे आदि है श्रीकृष्ण, अनंत है श्रीराधे
मन की आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है, मेरा तो हर दिन प्रिय मोहन त्यौहार हो जाता है.
दौलत छोड़ी शोहरत छोड़ी सारा खजाना छोड़ दिया, कृष्णा के प्रेम दीवानों ने सारा जमाना छोड़ दिया.
राधा के सच्चे प्रेम का यह इनाम है, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है !!
कान्हा हरदम मेरे साथ है फिर क्या कमी है, विरह में नहीं, प्रेम की वजह से आखों में नमी है.
मेरे कृष्ण सावरे, हुवे तेरे प्यार मैं बावरे मोह लिया मन मेरा तेरी बंशी की धुन ने ।। राधे कृष्ण ।।