Dhokebaaz shayari collection for Whatsapp and Facebook
यह भी देखें-
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब, हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है।
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे, इक शहर अब इनका भी होना चाहिए…
चाय दूसरी एसी चीज़ है, जिससे अॉखें खुलती है धोखा अभी भी पहले नम्बर पर है ।
जबसे प्यार 💔 में धोका खाया है , हर हुस्न वालों से डर 😱 लगता है … पहले अंधेरे की आदत नहीं थी मुझे , अभी उजालों से 😨 डर लगता है … ।। 😟
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है
धोखा तो सब देते हैं पर, तुम कब से सब जैसा हो गए !!
दोस्त ही जब शामिल हों गैरों की चाल में तब फंस जाता है शेर भी बकरी के जाल में !!
अपनों की फितरत में ही है धोखा देना क्यूंकि गैरों से मिले धोखे का तो दर्द भी नहीं होता .।
तेरी दोस्ती ने दिया सकूँ इतना की तेरेबाद कोई भी अच्छा न लगे तुझे करनीहो बेवफाई तो इस अदा से करना कीतेरे बाद कोई भी बेवफा न लगे।
आखिर तू भी आयने की तरह ही निकली जो भी तेरे सामने आया उसको अपना बना लिया
ऐसा लगता है मानो, मैंने खुदसे ही धोखा कर दिया एक धोखबाज़ से मोहबत करके।
'तेरी यादो के नशे मे हू अब सब भूल रहा हूं बस तूझे हीं लिखता रहता हू औऱ मशहूर हो रहा हू
मिलेगा कोई ऐसा जो मुझपर मरता हो,कोई ऐसा शक्श दे ख़ुदा जो मुझे खोने से डरता हो।
कभी ना रखना तुम ,अपने दिल में कोई शक,मेरे दिल पे हमेशा ,रहा था और रहेगा तुम्हारा हक़।
जितना गहरा भरोसा था उन पर उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो !!”
पी लेते हैं एक दूसरे की जूठी सिगरेट भी दोस्ती किसी मजहब की मोहताज नहीं होती !!
आजकल सब मिलता है ऑनलाइन ! प्यार, दोस्त और धोका भी मिलता है ऑनलाइन !! !
☠अपनी जगह दोनों ही बेमिसाल है हम 😎मुमकिन नहीं तुमको भी मुझ जैसा मिले कोई। ।
यह भी देखें-
जान हो तुम हमारी, ऐसा कहने वाले लोग, अक्सर धोखा दे जाते हैं !! .
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें ।।
धोखेबाजों का चलन है साहब वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है
भरोसा जितना कीमती 💰 होता है , धोका 💔 उतना ही महंगा हो जाता है … ईमानदारी का दाम कोन जाने 🤔 , यहां हर बेइमान राजा हो जाता है … ।।
किरदार की अज़मत को गिरने न दिया हमने, धोखे तो बहुत खाये लेकिन धोखा न दिया हमने
गलती तेरी नहीं की तूने मुझे धोखा दिया, गलती तो मेरी थी जो मैने तुझे मौका दिया…!!
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते पर वो तारा नहीं टूटता ,जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें, उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें।
रुठुंगा अगर तुजसे तो इस कदर रुठुंगा की ,, ये तेरीे आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी !!
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया… अफसोस तो ये हे की मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही… |
हर रोज 🤨 एक खाब टूट जाने दे , हर रोज युही खूद को रूठ 😔 जाने दे … मेरी किस्मत में ही बेवफाई 💔 है , दिल एक शीशा है आज फिर फूट जाने दे …. ।।
जमाने को अच्छा समझा, लेकिन वो चालबाज निकला अपने को अपना समझा, लेकिन वो धोखेबाज निकला
दिलों जान से चाहा था उसे लेकिन उसने मेरी मजबूरी को धोखेबाजी का नाम दे दिया
हम क्या शिकायत 🤫 करें किसी से , यहां तो हर कोई बेवफा 💔 है … इश्क ♥️ करो भले जी जान से , धोखा 🤫😔 यहां सबको मिलता है … ।।
उसकी यादें सदाबहार है मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है पाकर भी करूंगा क्या वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है
मेरी यारी का उसने अच्छा परिणाम दिया मेरी मुशीबत मे उसने मुझको ही भुला दिया
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फोकट का यहा कफ़न नही मिलता तो बिना दुःख के इश्क कौन देगा
हर हीरा चमकदार नहीं होता हर समंदर गहरा नहीं होता दोस्तों ज़रा संभल कर प्यार करना हर खूबसूरत चेहरा वफादार नहीं होता !
वो इसलिए कद्र ना कर सके मोहब्बत की, क्योंकि उन्हें धोखा ही प्यारा था।
हम इश्क़ निभाते रहे और वोः पीठ- पिछे मजाक़ उडाते रहे जबतक जरुरत थीं हमारी उन्हे तबतक साथ निभाने का ढोंग दिखाते रहे
तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है
हैसीयत ही नहीं थी हमारी तुम्हे चाहने की तभी तो कोशिश नहीं की तुमने वापिस लौट आने की
देखि है ज़माने की दोस्ती और दोस्तों के धोखे देखा है अपना बन कर अपनों को लूटते !!
धोखेबाज तो हज़ारों मिलेंगे ज़िन्दगी में इसका मतलब ये तो नही की हम भरोसा करना छोड़ दे …
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे । उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ
हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं, पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं।
मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ….. कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है !
आज नींद ने न आने का वादा लिया हैं मुझ से तेरी तरह वो भी धोखे बाज निकली
बहुत ज़हर खाएं हैं बाजार से लेकर, पर मौत तो धोखा खाने से ही हुई !!
मैं नशा इसलिए चढ़ाता हूँ, ताकि तेरी यादों का नशा उतर सके।
न जाने हमसे क्या खता हो गयीं के सारी खुशिया हमसे जुदा हो गइ अंजाने मे एक बेवफा से दिल लागा बैठे वही सजा धोखा खा बैठे।
वो मासूम चेहरा मेरे ज़ेहन से निकलता ही नहीं दिल को कैसे समझाऊ कि धोखेबाज़ था वो
मेरी जुबां पर हर वक्त सिर्फ दोस्त का ही नाम आया लेकिन मेरे बुरे वक्त में उस दोस्त ने साथ नहीं निभाया !!